नई टिहरी।
अब जापान की तर्ज पर टिहरी में भी खेती से किसानों की इंकम डबल हो सकेगी। इसके लिए जायका प्रोजेक्ट के तहत जापान से आए विशेषज्ञों के दल ने प्रगतिशील किसानों के बगीचों का निरीक्षण कर विभिन्न जानकारियां जुटाई। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही प्रोजेक्ट परवान चढ़ने से काश्तकारों को इसका फायदा मिल सकेगा।
पीएम मोदी सरकार देश में किसानों की आय दोगुना करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। गौरतलब है कि पहाड़ में औद्यानिकी के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। ऐसे में जायका प्रोजेक्ट के तहत किसानों की आय को बढ़ाने और औद्यानिकी को आर्थिकी का महत्वपूर्ण बनाने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है।
शुक्रवार को जायका प्रोजेक्ट के तहत कैस्ले कंपनी के आठ सदस्यीय दल ने चोपड़ियाल गाँव के प्रगतिशील काश्तकारों के बगीचों का स्थलीय निरीक्षण कर खेती और विपणन से जुड़ी विभिन्न जानकारियां जुटाई। टीम ने किसान खुशी राम डबराल और मंगलानंद डबराल के बगीचों का निरीक्षण किया। मंगलानंद डबराल ने टीम को कीवी से संबंधित जानकारी दी। इसके बाद टीम ने खुशीराम डबराल के पोली हाउस का निरीक्षण कर खीरा, टमाटर, आडू, पूलम के बारे में जाना। टीम ने किसानों के साथ बैठक कर खेतीबाड़ी और विपणन संबंधी जानकारी भी ली। इस मौके पर कैस्ले कंपनी के सीईओ सोनागावा ने काश्तकारों के साथ विस्तृत चर्चा की।
टीम के साथ आए पौड़ी के उद्यान अधिकारी ने बताया कि जायका प्रोजेक्ट के तहत कैस्ले कंपनी टिहरी में किसानों के बगीचों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार कर रही है। जिससे किसानों को उन्नत फसल और आय बढ़ाने में मदद मिल सकेगी।