उत्तरकाशी जिले में हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोहियों को बचाने के लिए अब हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग (एचएडब्ल्यूएस) के जांबाज मोर्चे पर उतरेंगे। जम्मू कश्मीर से 14 सदस्यीय दल आज बृहस्पतिवार सुबह ये जांबाज देहरादून से उत्तरकाशी के लिए रवाना हुए। इस टीम को द्रौपदी डांडा के बेस कैंप क्षेत्र में उतारा जाएगा। इनके लिए वायु सेना के हेलीकाप्टर का इंतजाम किया गया।
द्रौपदी का डांडा (डीकेडी) चोटी पर हुए हिमस्खलन (एवलांच) की चपेट में आकर क्रेवास में फंसे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के 27 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों की खोज के लिए बुधवार पूरे दिन अभियान चला, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। आज गुरुवार को खोज अभियान शुरू कर दिया है।
हिमस्खलन में लापता हुए प्रशिक्षु पर्वतारोहियों के बचाव के लिए जम्मू कश्मीर के हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग की रेस्क्यू टीम पहुंची है। इस टीम को द्रौपदी डांडा के बेस कैंप क्षेत्र में उतारा गया है। प्रशासन के अनुसार अब तक चार ही शव मिले हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि आज देहरादून हेलीपैड से ALH के माध्यम से गुलमर्ग जम्बू कश्मीर माउंटेनर (हवास) के 14 सदस्य टीम समय 08:02 am पर मातली हेलीपैड पहुंचे तथा 08:05 पर ALH के माध्यम से मातली हेलीपैड से 05 सदस्य टीम को घटना स्थल के लिए रवानगी हुए हैं।